बंगाल से चुनाव लड़ेंगे शत्रुघ्न सिन्हा, ममता बनर्जी ने बनाया उम्मीदवार, कांग्रेस हैरान

NEW DELHI : सियासी जगत से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि ‘बिहारी बाबू’ शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) ने अब बिहार छोड़कर बंगाल का रूख कर लिया है। ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) ने शॉटगन को अपना लोकसभा उपचुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है। लेकिन बड़ा सवाल ये कि कांग्रेस को पता नहीं शत्रुघ्न सिन्हा ने कब छोड़ी? पार्टी के तमाम बड़े नेता शत्रुघ्न के इस दल बदल से हैरानी में हैं।
बंगाल की इस सीट से लड़ेंगे चुनाव
TMC ने पश्चिम बंगाल उपचुनाव में उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है, जिसमें शत्रुघ्न सिन्हा का भी नाम है, जो बिहार के पटना साहिब सीट से भाजपा के सांसद रहे हैं। रविवार को ममता बनर्जी की पार्टी की ओर से उम्मीदवारों का एलान किया गया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब सीट से बीजेपी के सांसद रहे शत्रुघ्न सिन्हा को ममता बनर्जी ने आसनसोल लोकसभा सीट से उपचुनाव में उतारने का बड़ा फैसला लिया है। इतना ही नहीं, ममता बनर्जी ने एक और पूर्व केंद्रीय मंत्री को टिकट दिया है।
बाबुल सुप्रियो को भी बनाया प्रत्याशी
प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बालीगंज से विधानसभा उपचुनाव के लिए पूर्व बीजेपी नेता और गायक बाबुल सुप्रियो को उम्मीदवार बनाया है, जो मोदी कैबिनेट में बड़ा चेहरा रहे हैं।
आपको बता दें कि ये वही बाबुल सुप्रियो हैं, जिन्होंने पिछले साल अपनी लोकसभा सीट आसनसोल से इस्तीफा दे दिया था। बाद में उन्होंने बीजेपी छोड़ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। अब उन्हीं की खाली हो चुकी सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है, जिसपर ममता बनर्जी ने शत्रुघ्न सिन्हा को टीएमसी प्रत्याशी के रूप में उतारा है।
गौरतलब है कि बाबुल सुप्रियो साल 2014 और 2019 में लगातार दो बार आसनसोल लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर सांसद बने थे।
बिहार कांग्रेस में भू’चाल
आपको बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा के आसनसोल से चुनाव लड़ने के मामले पर बिहार कांग्रेस में भी भू’चाल आ गया है। बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का कहना है कि उनके पास शत्रुघ्न सिन्हा के पार्टी छोड़ने की कोई जानकारी नहीं है। इस खबर के बाद कांग्रेस नेता हैरान और परेशान हैं। वहीं, प्रेमचंद्र मिश्रा ने भी हैरानी जताते हुए कहा कि इस संबंध में कोई खबर नहीं है लेकिन अच्छा होगा कि वे जहां भी जाएं, वहां के लिए काम करें। अगर जाते हैं तो इसकी सूचना पार्टी को देनी चाहिए थी।
निर्वाचन आयोग ने शनिवार को ही लोकसभा की एक सीट और चार राज्यों की चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव का एलान किया था। इसमें बिहार की भी एक विधानसभा सीट शामिल है, जिसपर उपचुनाव होने वाला है। एक लोकसभा और चार विधानसभा सीटों पर 12 अप्रैल को उपचुनाव होने जा रहा है, जिसका रिजल्ट 16 अप्रैल को आएगा।