बिहार को आर्थिक उन्नति के पथ पर अग्रसर करने की एक सार्थक पहल है : जीटीआरआई-2

PATNA : राज्य में सकारात्मकता बढ़ाने और नित्य नये आर्थिक आयाम विकसित करने के लिए हर पल कुछ नया करने की जद्दोजहद का नाम ही है, जीटीआरआई-2 । इस दूसरी श्रृंखला में नयी इबारत लिखने की तैयारी की जा रही है, संवादों और विचारों के परस्पर आदान-प्रदान करने के लिए एक सशक्त मंच प्रदान करके ताकि मानव विकास और सामाजिक मूल्यों के बीच एक टिकाऊ और बेहतर समन्वय भी स्थापित हो सके.
इस सार्थक पृष्ठभूमि की बदौलत ही संस्कृति, आईटी, मीडिया और अलग-अलग पहलुओं से जुड़ी नीतियों के बीच समुचित तारतम्य का ताना-बाना बुना जा सकता है. एक प्लेटफॉर्म पर ही अलग-अलग क्षेत्रों के नामी दिग्गज विचार प्रस्तुत करेंगे और इनसे ऊर्जान्वित मस्तिष्क वाले लोगों के सवाल-जवाब भी होंगे, जिससे एक नयी आइडिया का समावेश होगा. तभी बिहार के क्षितिज पर एक विविधता भरी युक्ति प्रकाश पुंज के रूप में उभर कर सामने आयेगी, जो हर किसी के मानस पटल को प्रकाशमान करने में सक्षम होगी.

बिहार से जुड़ा हर सफल और सक्षम व्यक्ति इस बात की तलाश में रहता है कि उसे कोई अतुलनीय और नवाचार वाला कोई प्रस्ताव प्राप्त हो, जिसे वे उसे पूरे सामर्थ्य के साथ अमलीजामा पहनाने की कवायद कर सके. परंतु ऐसे अभिनव विचार से ओतप्रोत लोगों को निराशा हाथ लगती है.
कई बार ये लोग चाहकर भी कुछ नहीं करने की स्थिति में रहते हैं क्योंकि राज्य में ऐसे प्लेटफॉर्म का घोर अभाव है, जो ऐसे प्रस्तावों पर मंथन कर किसी ठोस नतीजे के साथ इसे प्रस्तुत कर सके.
जीटीआरआई इसी कमी को दूर करने की एक बेहद सार्थक पहल है, जो लोगों को उनकी सरजमीं से जोड़ता है. साथ ही ऐसे प्रज्वल्लित मन को बेहतरीन अवसर दिलाने की हर संभव मदद करता है, जिससे सूबे में आर्थिक संपन्नता और हर क्षेत्र में खुशहाली आ सके. बदलाव की एक सकारात्मक कोशिश का नाम ही जीटीआरआईं-2 है।
एक ऐसा इको सिस्टम विकसित करने की कवायद है। थिंक टैंक का जुटान करके गंभीर मुद्दों पर विचार मंथन करना और उत्प्रेरक की तरह कार्य करना ताकि समतामूलक नीति, कॉरपोरेट शासन को व्यापक विस्तार, रोजगार के अवसर को विस्तारित करना और बहुमूल्य संपर्क विकसित किया जा सके।
यह सर्वविदित है कि एकता से बढ़कर अन्य कोई शक्ति नही है और किसी क्षेत्र में इसके बिना कोई भी सफलता हासिल नहीं किया जा सकता है। इसके मद्देनजर पटना के लेमन ट्री होटल में 26 और 27 मार्च 2022 को एक व्यापक मंथन का आयोजन जीटीआरआई-2 के प्लेटफॉर्म पर किया जा रहा है। इसमें देश-विदेश के कई नामचीन हस्तियों के समागम होगा और इससे निकले विचारों की रोशनी से पूरा राज्य प्रकाशमान होगा।
इसके लिए इस बार पांच मुख्य विषयों को चुना गया है:
1. बिहार को नये नायकों की जरूरत है
2. स्वरोजगार एवं उद्यम : बेरोजगारी हटाने के सबसे सशक्त माध्यम
3. ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि को बढ़ावा देने में वित्तीय संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका
4. बिहार में ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की बेहतर स्थिति पर चर्चा
5. बिहार में सुगम और सस्ती स्वस्थ सेवाएं : इसे प्राप्त करने की चुनौतियां
प्रत्येक पैनल में विचार विमर्श करने के लिए पांच विशेषज्ञ होंगे।
शामिल होने वाले प्रमुख लोग हैं – डॉ. एस. सिद्धार्थ अपर मुख्य सचिव , आर के सिन्हा पूर्व सांसद, नीतीश मिश्रा पूर्व मंत्री, मिली ऐश्वर्या प्रकाशक पेंग्विन रंडोमहौसे, डॉ. टीएन सिंह निदेशक आइआइटी पटना, शशांक कुमार देहात , नीरज झा ग्रुप प्रेसिडेंट बजाज , आशुतोष कुमार टेक्स्ट्बुक के संस्थापक, अविनाश झा हेड स्पाइस मनी , डॉक्टर राणा सिंह निदेशक सी आइ अम पी, विकास वैभव आइ जी, राज कुमार झा, डॉक्टर मृत्युंजय, प्रन्नय झा, अवनीश शर्मा,रवि रंजन, आरिफ़ जावेद, राजेश कुमार आदि!