पटना के बाद अब इस जिले में मिला मंकीपॉक्स का सं’दिग्ध मरीज, स्वास्थ्य विभाग में ह’ड़कं’प

NALANDA : बिहार में मंकीपॉक्स (MonkeyPox in Bihar) बीमारी ने दस्तक दे दी है। सूबे में इस बीमारी का खतरा अब लगातार बढ़ता जा रहा है। राजधानी पटना के बाद अब नालंदा के राजगीर में एक और सं’दिग्ध मरीज के मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में ह’ड़कं’प मच गया है।
स्वास्थ्य विभाग में ह’ड़कं’प
स्वास्थ्य विभाग ने संदिग्ध मरीज का सैंपल लेकर जांच के लिए पुणे भेज दिया है। सिविल सर्जन के मुताबिक यह चिकन पॉक्स या स्मॉल पॉक्स भी हो सकता है। मंकीपॉक्स की संभावना कम है क्योंकि पीड़ित युवक की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। वह राजगीर का ही रहने वाला है।
इस पूरे मामले पर चिकित्सकों का कहना है कि सैंपल लिया जा चुका है और जांच के लिए पुणे भेजा जा सकता है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा। हालांकि एहतियात बरता जा रहा है।
क्या है मंकीपॉक्स के लक्षण?
विदित है कि मंकीपॉक्स भी चेचक परिवार के वायरसओं का हिस्सा है। हालांकि मंकीपॉक्स के लक्षण (symptoms of monkeypox) चेचक यानी कि स्मॉल पॉक्स की तरह गंभीर नहीं बल्कि हल्के होते हैं लेकिन इसका चिकन पॉक्स से लेना देना नहीं है। यह बीमारी संक्रमण की चपेट में आने के 20 दिनों के बाद शरीर में असर दिखाना शुरू करता है। इसमें शरीर पर पॉक्स जैसी मवाद भरे दाने होने के साथ सिर दर्द, बुखार, थकान, मांसपेशियों में दर्द, कपकपी छूटना, पीठ और कमर में दर्द महसूस होते हैं।