हिन्दुत्व के शलाका पुरुष थे आचार्य धर्मेन्द्र : भारत भूषण

महान संत ओजस्वी वक्ता और श्री पंच पीठाधीश्वर आचार्य धर्मेन्द्र जी महाराज (जयपुर) के पार्थिव शरीर के आज तिरोधान होने पर अखिल भारतीय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य भारतभूषण पाण्डेय ने गहरा दुःख व्यक्त किया है।
आचार्य धर्मेन्द्र जी महाराज को इस युग में हिन्दुत्व के जागरण का पुरोधा बताते हुए जनसंघ अध्यक्ष आचार्य भारतभूषण ने कहा कि उनकी धर्मनिष्ठा तथा राष्ट्रनिष्ठा प्रत्येक आध्यात्मिक-सामाजिक कार्यकर्ता के लिए अनुकरणीय है। समष्टि हित तथा राष्ट्र के उन्नयन के लिए वे अन्तिम श्वास तक समर्पित रहे। उनकी स्पष्टवादिता और स्वतंत्र चिन्तनधारा समाज के लिए उपयोगी आलोकविन्दु तथा उनके महान् व्यक्तित्व की विशेषता थी।
देश, धर्म, संस्कृति और मानव बिंदुओं की रक्षा के लिए उनका योगदान अविस्मरणीय है। गोरक्षा और श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आन्दोलन में उनकी सहभागिता स्वर्णाक्षरों में अंकित है। विश्व हिन्दू परिषद् के मंच से विश्व के हिन्दुओं के उत्कर्ष और प्राणिमात्र के कल्याण के लिए किये गये उनके कार्य आनेवाली पीढ़ियों को प्रेरित और आलोकित करते रहेंगे। जनसंघ परिवार की ओर से दिवंगत आचार्य चरणों में भावभीनी श्रद्धांजलि समर्पित है।