नहीं रहे मुलायम सिंह यादव, सियासी गलियारे में शो’क की लहर, राजनीति के एक युग का अंत

GURUGRAM : समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का सोमवार को लंबी बी’मारी के बाद गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में नि’धन हो गया। तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार में रक्षामंत्री रहे मुलायम सिंह (Mulayam Singh Yadav latest news) को देश के दिग्गज राजनेताओं में से एक कहा जाता था। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद एक युग का अंत हो गया।
एक युग का अं’त
दरअसल, मुलायम सिंह को सांस लेने में ज्यादा दिक्कत होने पर मेदांता अस्पताल के आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। अस्पताल में मुलायम सिंह (82) की निगरानी खुद मेदांता समूह के निदेशक डॉ. नरेश त्रेहन कर रहे थे। हालांकि हालत बि’गड़ने के बाद उनको नहीं बचाया जा सका और मुलायम ने सुबह 8.16 पर आखिरी सांस ली। जब से मुलायम सिंह यादव अस्पताल में भ’र्ती हुए थे, तब से लगातार उनके समर्थक और प्रशंसक उनकी बेहतर सेहत के लिए पूजा-प्रार्थना कर रहे थे।
6 दशक से थे सियासत में सक्रिय
विदित है कि 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई में जन्मे मुलायम ने करीब 6 दशक तक सक्रिय राजनीति में हिस्सा लिया। वो कई बार यूपी विधानसभा और विधान परिषद के सदस्य रहे। इसके अलावा उन्होंने संसद के सदस्य के रूप में 11वीं, 12वीं, 13वीं और 15वीं लोकसभा में हिस्सा भी लिया। मुलायम सिंह यादव 1967, 1974, 1977, 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996 में कुल 8 बार विधानसभा के सदस्य बने। इसके अलावा वह 1982 से 1985 तक यूपी विधानसभा के सदस्य भी रहे।