धोनी की स्पेशल टिप्स के बाद इस बैट्समैन ने तोड़ डाले सारे रिकॉर्ड, ठोक डाले लगातार 5 शतक
उन्होंने श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज कुमार संगकारा, दक्षिण अफ्रीका के अल्विरो पीटरसन और कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल को पीछे छोड़ दिया है।

SPORTS DESK : महेन्द्र सिंह धोनी की एक सलाह और इस सलामी बल्लेबाज ने ठोक डाले लगातार पांच शतक। जी हां, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी की एक टिप्स ने इस गुमनाम खिलाड़ी के जीवन में रोशनी बिखेर दी है। आखिर धोनी ने इस खिलाड़ी को ऐसा क्या कहा कि इसने लगातार 5 आतिशी शतक ठोककर अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवा दिया। इस खिलाड़ी का नाम है – नारायण जगदीशन (Narayan Jagadeesan), जो तमिलनाडु की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी में तहलका मचा रहे हैं और लगातार 5 शतक ठोककर लिस्ट-ए क्रिकेट में विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गये हैं। उन्होंने श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज कुमार संगकारा, दक्षिण अफ्रीका के अल्विरो पीटरसन और कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल को पीछे छोड़ दिया है।
धोनी की सलाह ने बदली जिंदगी
नारायण जगदीशन की माने तो भले ही उन्हें महेन्द्र सिंह धोनी की IPL टीम चेन्नई सुपरकिंग्स ने रिलीज कर दिया हो लेकिन माही की एक सलाह ने उनका करियर बदल दिया है। विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के ख़िलाफ़ 25 चौकों और 15 छक्कों की मदद से 141 गेंदों में 277 रन की रिकॉर्ड-तोड़ पारी खेलने वाले जगदीशन का कहना है कि “पिछले कुछ समय से मैं अपने खेल का लुत्फ़ नहीं उठा पा रहा था। ऐसे में मुझे धोनी की सलाह याद आई और फिर उसपर काम करने लगा, जिसका नतीजा है कि आज मैं वर्ल्ड रिकॉर्डधारी बन गया।
जगदीशन की माने तो महेन्द्र सिंह धोनी IPL डेब्यू के वक्त मुझसे बस इतना कहा था कि जाओ और अपने गेम को इंज्वॉय करो। उनकी इस सलाह पर कभी मैंने ध्यान नहीं दिया लेकिन अब मैं गेम को फुल इंज्वॉय कर रहा हूं, जिसका नतीजा है कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में थोड़े खराब प्रदर्शन के बाद विजय हजारे ट्रॉफी में पिछली 5 पारियों में 799 रन बना दिए हैं, जिसमें अरुणाचल प्रदेश के ख़िलाफ़ रिकॉर्ड 277 रन, हरियाणा के ख़िलाफ़ 128, गोवा के ख़िलाफ़ 168, छत्तीसगढ़ के ख़िलाफ़ 107 और आंध्र प्रदेश के ख़िलाफ़ 114 रनों की बेमिसाल पारी शामिल है।
वह लिस्ट-ए क्रिकेट में लगातार पांच शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज़ बन गए हैं। इसके अलावा अब लिस्ट-ए क्रिकेट में सर्वाधिक निजी स्कोर का रिकॉर्ड भी अब उनके नाम है और उन्होंने सरे के ऐलेस्टर ब्राउन (268) को पीछे छोड़ा है। तमिलनाडु के बल्लेबाज़ कहते हैं कि चेन्नई सुपर किंग्स में रिटेन न होना उनके लिए आंखें खोलने वाला अनुभव साबित हुआ।
जगदीशन का कहना है कि “मैं एक बल्लेबाज़ के रूप में पहले हमेशा जल्दी में रहता था। लेकिन इस बार मैं मानसिक रूप से बहुत शांत और तनाव-मुक्त होकर बल्लेबाज़ी करने की कोशिश कर रहा हूं। यह एक प्रक्रिया है, जिसे मैं अपनाने की कोशिश कर रहा हूं। ऐसा नहीं है कि मैंने अपनी तकनीक में कुछ बदला है बल्कि यह पूरी तरह से एक मानसिक बदलाव है।”
इन्हें भी दिया सफलता का श्रेय
उन्होंने इस बदलाव का श्रेय अपने कोच, कुछ पूर्व साथियों और वर्तमान के साथी खिलाड़ियों को दिया है। उन्होंने कहा, “तमिलनाडु टीम के सहायक कोच आर. प्रसन्ना तमिलनाडु में मेरे स्थानीय लीग टीम के भी कोच है। उन्हें मेरे माइंडसेट के बारे में पता है और वह हमेशा मेरे साथ खड़े होते हैं। इस सफलता का श्रेय उन्हें भी जाता है। इसके अलावा मैं लगातार खेल के मानसिक व अन्य पहलुओं पर दिनेश कार्तिक, अभिनव मुकुंद और साई किशोर से बात करते रहता हूं, जिससे मुझे बहुत मदद मिलती व अन्य पहलूओं पर दिनेश कार्तिक, अभिनव मुकुंद और साई किशोर से बात करते रहता हूं, जिससे मुझे बहुत मदद मिलती है।”