‘जिस पेन से 10 लाख नौकरी देनी थी, उसकी स्याही खत्म हो गई या टू’ट गई’, Prashant Kishor का ती’खा वा’र

EAST CHAMPARAN : बिहार में जनसुराज यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने सूबे के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर ती’खा ह’मला किया है। प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा है कि जिस कलम से पहली कैबिनेट में 10 लाख नौकरी देने के लिए दस्तखत करने वाले थे, वो कलम टू’ट गई या फिर उस पेन की स्याही खत्म हो गई। तेजस्वी के साथ-साथ प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर भी चुन-चुनकर वा’र किया।
पीके का ‘तेजस्वी वा’र’
जनसुराज यात्रा के क्रम में मीडिया को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बगैर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) कुछ भी नहीं हैं। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को सियासत की कितनी समझ है? साल 2015 MLA बने लिहाजा इससे पहले उनको कौन जानता था? मैंने साल 2015 में इनकी मदद नहीं की होती तो क्या महागठबंधन को जीत हासिल होती?
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10 लाख नौकरी के सवाल पर घेरा
इसके साथ ही प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने तेजस्वी (Tejashwi Yadav) पर वा’र करते हुए कहा कि 10 लाख जॉब का जो वादा किया था, उसका क्या हुआ? मीडिया भी कभी उनसे सवाल करने की हि’म्मत नहीं करती है। उन्होंने कहा थि कि पहली कैबिनेट में जिस कलम से साइन करेंगे, उससे 10 लाख लोगों को नौकरी मिल जाएगी। RJD के नेताओं से ये पूछा जाना चाहिए कि कलम टू’ट गई या फिर स्याही खत्म हो गई? कैबिनेट की बैठक भी इसपर नहीं हो रही है।
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‘जनता से धो’खा कर रही है चाचा-भतीजा की जोड़ी’
पीके यानी प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने तेजस्वी (Tejashwi Yadav) के साथ-साथ नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर भी नि’शाना सा’धा और कहा कि जिस चाचा-भतीजा के बारे में आप बात कर रहे हैं, वो जनता के साथ सिर्फ धो’खा कर रहे हैं। क्या हैसियत है इनकी सरकार की? जब से ये चाचा-भतीजा सत्ता में आए हैं, तब से तीन उपचुनाव हो गये लेकिन इनमें से दो में इन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। ये मुझे इलेक्शन ल’ड़ना क्या सिखाएंगे। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) आखिरी बार प्रेस वार्ता कब किए थे, इसके बारे में कोई कुछ भी नहीं पूछता।