Hitman Rohit Sharma : रोहित शर्मा के एक फैसले ने बदल दिया उनका टेस्ट करियर और फिर ला दी “रनक्रां’ति”

Hitman Rohit Sharma : बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में हिटमैन रोहित शर्मा (Hitman Rohit Sharma) ने कमाल की बल्लेबाजी की है और विरोधी खेमे के बल्लेबाजों के ये बता दिया है कि कैसे स्पिन फ्रेंडली विकेट पर संयम के साथ बल्लेबाजी की जाती है। त्याग, तपस्या और समर्पण के बलबूते खेली गई इस पारी के बाद रोहित शर्मा (Hitman Rohit Sharma) ने नागपुर के स्टेडियम में बैठे हर क्रिकेट फैंस को सजदा करने पर मजबूर कर दिया।
एक फैसला और बदल गया करियर
नागपुर के विदर्भ क्रिकेट स्टेडियम की घूमती पिच पर रोहित शर्मा (Hitman Rohit Sharma) ने अपने टेस्ट करियर का 9वां शतक ठोका। हालांकि उनके टेस्ट शतकों पर गौर करें तो ये आंकड़ा रोहित शर्मा की काबिलियत के साथ नाइंसाफी करती दिखती हैं। ‘हिटमैन’ के पास जितनी सलाहियत है, उसके मुताबिक वे शतकों के शिखर पर होने चाहिए थे लेकिन ऐसा नहीं है। वजह भी इसकी बहुत बड़ी है।
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रोहित ने ला दी रनों की ‘क्रां’ति’
दरअसल, रोहित शर्मा (Hitman Rohit Sharma) के टेस्ट करियर की शुरुआत अच्छी नहीं रही है लेकिन अब उनका अंजाम काफी सुखद हो रहा है। रोहित शर्मा (Hitman Rohit Sharma) के टेस्ट करियर की शुरुआत काफी निराशाजनक रही है। उन्होंने शुरुआत की 47 पारियों में मात्र 2 सेंचरी लगा पाए थे लेकिन इसके बाद रोहित शर्मा ने एक ऐसा फैसला लिया कि अब वे रनमशीन बन गये हैं और भारतीय क्रिकेट में रनों की क्रां’ति ला दिए हैं।
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दरअसल, रोहित शर्मा (Hitman Rohit Sharma) ने लगभग 4 साल पहले एक फैसला लिया था, जिसके बाद उनका टेस्ट करियर पूरी तरह से बदल गया। उन्हें टेस्ट क्रिकेट में बतौर ओपनर खिलाया जाने लगा और उसके बाद रोहित शर्मा रूके नहीं और रनों के साथ-साथ शतकों की झड़ी लगा दी है।

अब पीछे मुड़कर नहीं देखेंगे रोहित
रांची में रोहित शर्मा (Hitman Rohit Sharma) ने 212 रन ठोक डाले और बतौर ओपनर महज 31 टेस्ट पारियों में रोहित 6 शतक और 4 अर्धशतक ठोक चुके हैं। इसके पहले भी रोहित शर्मा (Hitman Rohit Sharma) का करियर व्हाइट बॉल क्रिकेट में कुछ-कुछ ऐसा ही था। वे मिडिल ऑर्डर बैट्समैन थे और फिर ओपनिंग करने के बाद पूरा माहौल ही बदल दिया। अब वे पीछे मुड़कर देखने वाले नहीं हैं।