Weather Alert : बिहार के इन 10 जिलों में आज होगी झमाझम बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट, इस महीने से ही पड़ेगी भीषण गर्मी

Weather Alert : बिहार में मौसम का बड़ा बदलाव (Weather Alert) होने जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार मार्च 2025 से राज्य में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। खासतौर पर बक्सर, आरा, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद और अरवल में हीट वेव का खतरा मंडरा रहा है। इन जिलों में अधिकतम तापमान 33°C से 35°C तक पहुंच सकता है।
बिहार के 10 जिलों के लिए Weather Alert
बिहार में शनिवार को मौसम ने करवट (Weather Alert) ली और कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने रविवार यानी आज भागलपुर, मुंगेर, बांका, औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर, सीवान, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण में बारिश का पूर्वानुमान जताया है।

अगले तीन दिन कैसा रहेगा मौसम?
अगले तीन दिनों तक दिन और रात के तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। हल्की हवा चलने की संभावना है, जिससे गर्मी ज्यादा महसूस नहीं होगी। इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी होगी, और दिन-रात के तापमान का अंतर कम हो जाएगा। मार्च में सामान्य से अधिक तापमान दर्ज किया जा सकता है, जिससे हीट वेव का असर दिखने लगेगा।
हीट वेव और प्री-मानसून का असर
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के निदेशक आशीष कुमार के अनुसार, हीट वेव के कारण अप्रैल में भी सामान्य से अधिक गर्मी पड़ने (Weather Alert) की संभावना है। मई में झारखंड से सटे जिलों में बारिश और ठनका गिरने की आशंका है।

बिहार में 1 मार्च से प्री-मानसून पीरियड (Weather Alert) शुरू हो चुका है, जो 31 मई तक सक्रिय रहेगा। इस दौरान सूर्य कर्क रेखा की ओर बढ़ेगा, जिससे तापमान में तेजी से इजाफा होगा। हल्की बारिश, आंधी और ठनका गिरने जैसी घटनाएं बढ़ेंगी। अचानक मौसम बदलने और ओलावृष्टि की संभावना भी बनी रहेगी।
बिहार में कहां-कितनी हुई बारिश?
शनिवार को सुबह से ही पटना सहित 22 जिलों में बारिश दर्ज की गई। वैशाली के राजापाकड़ में सबसे अधिक 4.6mm बारिश रिकॉर्ड की गई। पटना के श्रीपालपुर में 4.4mm, हवाई अड्डे पर 2.7mm और ब्रह्मपुर में 2.4mm बारिश दर्ज हुई।
मौसम अलर्ट: गर्मी और बारिश दोनों से रहें सतर्क!
बिहार में गर्मी और बारिश के इस दोहरे असर से लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। लू से बचाव के लिए पर्याप्त पानी पीएं, हल्के और ढीले कपड़े पहनें, और सीधे धूप में जाने से बचें। वहीं, बारिश और ठनका गिरने की घटनाओं के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें।