Delhi Blast Doctors Connection : दिल्ली के ऐतिहासिक स्थल लाल किला के पास कार में हुए जोरदार धमाके ने दहला दिया है। इस घटना में अबतक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 20 से अधिक लोग जख्मी हैं। इस ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई है और लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
Delhi Blast Doctors Connection : धमाके में डॉक्टर्स कनेक्शन
इस ब्लास्ट को लेकर कई अहम खुलासे भी हो रहे हैं और एजेंसियों के हाथ कई अहम सुराग भी लग रहे हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि इस धमाके में 4 डॉक्टर्स के बड़े कनेक्शन (Delhi Blast Doctors Connection) सामने आ रहे हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ सरकार भी हैरान है।

डॉक्टर के लॉकर से एके-47 बरामद
दिल्ली ब्लास्ट से पहले के घटनाक्रम पर नजर दौड़ाए तो सबसे पहले अनंतनाग में डॉ. आदिल अहमद राठर को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया। वह अनंतनाग मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर था और उसके लॉकर से पुलिस को एके-47 राइफल मिली थी। इस बरामदगी के बाद पुलिस के कान खड़े हुए और तफ्तीश के बाद ये खुलासा हुआ कि राठर का संबंध आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल-हिन्द से पाया गया।
फरीदाबाद से दूसरी गिरफ्तारी
इसके बाद 7 नवंबर 2025 को हरियाणा के फरीदाबाद में दूसरे डॉक्टर की गिरफ्तारी (Delhi Blast Doctors Connection) हुई। यहां अल-फलाह यूनिवर्सिटी में काम करने वाली महिला डॉक्टर शाहिन शाहिद की कार से ‘कैरोम कॉक’ नाम की असॉल्ट राइफल मिली। फिलहाल पुलिस ये जांच-पड़ताल कर रही है कि इस नेटवर्क में उसकी क्या भूमिका थी? ये महिला डॉक्टर लखनऊ की रहने वाली है।

‘रिसिन’ नाम का जहर बनाने की कर रहा था तैयारी
वहीं, 7 नवंबर को ही गुजरात ATS ने अहमद मोइयुद्दीन सैयद नाम के तीसरे डॉक्टर को पकड़ा, जो हैदराबाद का रहने वाला है और चीन से पढ़ाई की है। इंवेस्टिगेशन में ये पता चला है कि वह ‘रिसिन’ नाम का जहर बनाने की तैयारी कर रहा था, जो अरंडी के बीज से बनता है। उसने दिल्ली के कई इलाके जैसे आजादपुर मंडी, लखनऊ के आरएसएस कार्यालय की रेकी कर चुका था।
वहीं, 10 नवंबर को एक और बड़ी कार्रवाई हरियाणा के फरीदाबाद में ही हुई, जहां मुजम्मिल शकील नाम के कश्मीरी डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया। वह भी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। उसके पास से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया। इसके बाद दूसरे ठिकाने से भी 2563 किलो विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया। फरीदाबाद पुलिस की माने तो मुजम्मिल शकील का संबंध जैश जैसे आतंकी संगठनों से है। वह पहले श्रीनगर में आतंकी पोस्टर लगाने में भी शामिल रहा था।

इसके बाद लाल किला के पास जिस कार में ब्लास्ट हुआ, वह कार पुलवामा का रहने वाला डॉ. उमर मोहम्मद के नाम पर है। बताया जा रहा है कि ब्लास्ट के वक्त वह कार में ही मौजूद था।
