Sonu Sood and Khali : बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद और पहलवान द ग्रेट खली (Sonu Sood and Khali) बुरे फंस गये हैं। इन दोनों सेलिब्रिटीज को कानपुर पुलिस ने नोटिस भेजा है। दरअसल, ये पूरा मामला 1500 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है। 1,500 करोड़ रुपये के इस धोखाधड़ी मामले में मास्टरमाइंड रवींद्रनाथ सोनी के फर्जी नेटवर्क का प्रचार करने के आरोप में एक्टर सोनू सूद और खली का नाम सामने आया है।
Sonu Sood and Khali : कानपुर पुलिस को मिली कामयाबी
दरअसल, कानपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने रवींद्रनाथ सोनी नाम के व्यक्ति को करोड़ों की ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है। इस धोखाधड़ी के तार उत्तर प्रदेश समेत कई राज्य और विदेशों से भी जुड़े हैं। फिलहाल कानपुर पुलिस ने इस मामले से जुड़े एक्टर सोनू सूद और द ग्रेट खली को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है।

इस संबंध में पुलिस कमिश्नर की माने तो 700 से अधिक लोग इस ठगी के शिकार हुए हैं। इस महाठगी का मुख्य आरोपी दिल्ली के मालवीयनगर का निवासी रविंद्रनाथ सोनी का शिकार बने लोगों की संख्या 700 से ज्यादा है। इनमें से 15 लोग अब तक शहर आकर अपनी शिकायत दर्ज करा चुके हैं।
भारतीय के साथ-साथ विदेशियों से भी ठगी
इस मामले में कई लोगों ने ई-मेल के जरिए भी शिकायत दर्ज करायी है। कुछ पीड़ितों ने सोनू सूद और द ग्रेट खली पर भी ठगी में शामिल होने का आरोप लगाया है। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक ठगी के शिकार लोगों में 90 फीसदी इंडियन हैं जबकि अन्य 10 फीसदी लोगों में नेपाल, वियतनाम, चीन, जापान, अमेरिका और फ्रांस के लोग शामिल हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक कई जापानी कंपनियों ने ज्यादा लाभ पाने के चक्कर में ब्लूचिप कंपनी में अपना निवेश किया। जापानियों समेत अन्य विदेशियों को अपने व्यापार की चकाचौंध में फंसाने के लिए वह हमेशा बड़े और नामी होटल में पार्टी करता था। उसने अपना दफ्तर दुबई के बुर्ज खलीफा के पास खोल रखा था, जहां अरबपतियों के ऑफिस हैं।

सीपी रघुबीर लाल ने बताया कि ठगी के मुख्य आरोपी दिल्ली के मालवीयनगर निवासी रविंद्रनाथ सोनी का शिकार बने लोगों की संख्या 700 से ज्यादा है। इनमें से 15 लोग अब तक शहर आकर अपनी शिकायत दर्ज करा चुके हैं। कई लोगों ने ई-मेल के माध्यम से शिकायत भेजी है। कुछ पीड़ितों ने द ग्रेट खली और सोनू सूद पर भी ठगी में शामिल होने का आरोप लगाया।
सीपी ने बताया कि ठगी के शिकार लोगों में 90 फीसदी भारतीय हैं जबकि अन्य 10 फीसदी विदेशी हैं। अब तक मिली जानकारी के अनुसार कई जापानी कंपनियों ने ज्यादा लाभ पाने के चक्कर में शातिर की ब्लूचिप कंपनी में अपना निवेश किया। जापानियों समेत अन्य विदेशियों को अपने व्यापार की चकाचौंध में फंसाने के लिए वह हमेशा बड़े और नामी होटल में पार्टी करता था। उसने अपना कार्यालय दुबई में बुर्ज खलीफा के पास बनाया जहां अधिकांश अरबपतियों के ही ऑफिस हैं।
चकमा देकर दुबई से भाग निकला
करोड़ों की ठगी के मामले में कानपुर पुलिस के शिकंजे में फंसे महाठग रविंद्रनाथ सोनी के बारे में दुबई पुलिस को अब तक कोई जानकारी नहीं है। पुलिस के अनुसार वहां के पीड़ितों ने जब दुबई पुलिस से मामले की शिकायत की तो उन्हें दिलासा दिया गया कि परेशान न हों वह देश से बाहर नहीं जा पाएगा। जब लोगों ने उसके कानपुर में गिरफ्तार होने की बात कही तो दुबई पुलिस को यकीन नहीं हुआ। ऐसा इसलिए कि आरोपी ने दुबई से भारत आने के लिए वहां से फ्लाइट नहीं ली थी। कानपुर पुलिस को आरोपी ने बताया है कि वह अगस्त माह में चोरी छिपे दुबई से रेगिस्तान के रास्ते ओमान में दाखिल हो गया था। वहां से फ्लाइट पकड़कर भारत आया।

सीपी की माने तो अब तक की जांच में आरोपी रविंद्रनाथ सोनी की बनाई 16 कंपनियां सामने आई हैं। इनके प्रमोटर अलग-अलग हैं। इनमें से एक कंपनी ब्लूचिप कॉमर्शियल ब्रोकर वर्ष 2018 से सक्रिय है। इसका प्रमोटर खुद रविंद्रनाथ है। इसके अलावा वह ब्लूचिप फ्री होल्ड रियल इस्टेट ब्रोकर्स, वॉल स्ट्रीट इंवेस्टमेंट एलएलसी, ब्लूचिप फाइनेंसशियल मार्केट लिमिटेड ब्रांच, ब्लूचिप इंवेस्टमेंट एलएलसी शामिल हैं।
उसने कंपनियों के माध्यम से रियल स्टेट से लेकर गोल्ड माइनिंग तक का कारोबार करने का झांसा देकर लोगों को फंसाया था। इसके साथी प्रमोटर गुरमीत, हितेश, धरवेश, अभिषेक सिंघल, सुरेंद्र मधुकराव दुधवाडकर, रितु परिहार व दो अन्य के बारे में भी पुलिस जानकारी जुटा रही है।

पुलिसिया जांच में ये भी बात सामने आयी है कि रविंद्रनाथ ने पहली पत्नी स्वाति को छोड़ने के बाद दूसरी शादी एक बार गर्ल से की थी, जिसका नाम हिमानी है।
