Govardhan Puja 2025 : दीपावली के बाद गोवर्धन पूजा होती है, जिसे लोग काफी धूमधाम और श्रद्धापूर्वक मनाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाकर ब्रजवासियों को भारी बारिश से बचाया था और इंद्रदेव का अहंकार चूर-चूर किया था। तभी से ये पर्व गोवर्धन पूजा या अन्नकूट उत्सव के तौर पर मनाया जाता है।
Govardhan Puja 2025 – जानिए शुभ मुहूर्त
हिन्दू पंचांग के मुताबिक इस बार गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 22 अक्टूबर को प्रात: 6 बजकर 27 मिनट से 8 बजकर 43 मिनट तक है और फिर शाम को साढ़े 3 बजे से 5 बजकर 45 मिनट तक है। ये पर्व समृद्धि, सहयोग और प्रकृति के प्रति सम्मान का संदेश देता है।

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पूजा के बाद भूलकर भी न करें ये काम
गोवर्धन पूजा के बाद कुछ जरूरी बातें लोगों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए ताकि उन्हें किसी तरह की हानि न हो। गोवर्धन पूजा के बाद गोबर को लोग बेकार समझकर इधर-उधर फेंक दिया जाता है, जिसे अशुभ माना जाता है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गोवर्धन पूजा में गोबर का विशेष महत्व है लिहाजा पूजा पूर्ण होने के बाद इसे कचरे में या इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए। पूजा पूर्ण होने के बाद पूरे दिन उसे यथावत रहने दें। फिर अगले दिन इस एकत्रित करें और फिर साफ-सुथरी जगह पर रखें।

पूजा के बाद जरूर करें ये काम
इसके बाद इस गोबर में करवा चौथ की सफेद सींके लगाएं और फिर सरसो के तेल का दीपक जलाएं। फिर इस गोबर को किसी सुरक्षित स्थान पर रख दें। ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। यही नहीं, इस गोबर को पेड़-पौधों में डाल दें या फिर उपले बना लें। इसके साथ ही श्रद्धालु पूजा में उपयुक्त गोबर से घर-आंगन लीप लें।
