IAS Pooja Singhal : 21 साल में किया UPSC क्रैक, इस IAS से शादी के बाद लिया तलाक और फिर अभिषेक को देखते हो गई थीं फिदा

RANCHI : झारखण्ड की एक IAS अधिकारी इनदिनों काफी चर्चा में हैं। नाम तो जानते ही होंगे। अगर नहीं जानते तो बता देते हैं। इस IAS अफसर का नाम है पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) । दरअसल, इसकी बड़ी वहज यह है कि यहां केंद्रीय सतर्कता एजेंसी, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरों से स्वच्छता अभियान चल रहा है। खूंटी के बहुचर्चित मनरेगा घोटाले में मनी लांड्रिंग के तहत ईडी ने अनुसंधान की शुरुआत की थी। अब राज्य की वरिष्ठ आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल ईडी की कड़ी कार्रवाई की चपेट में आ चुकी है। इसके साथ ही उनके पति अभिषेक झा और सीए सुमन कुमार सिंह में चर्चा के केन्द्रबिंदु में हैं।
पति अभिषेक झा से ऐसे हुई थी मुलाकात
फिलहाल झारखण्ड कैडर की IAS पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक झा इनदिनों गूगल में सबसे अधिक सर्च किए जा रहे हैं। दोनों की स्टोरी सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही हैं कि क्या पूजा सिंघल की अभिषेक झा के साथ दूसरी शादी थी? दोनों पहली बार कहां और कैसे मिले तो आइए आपको बताते हैं कि दोनों की मुलाकात कैसे हुई थी।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया से MBA की डिग्री लेकर लौटे अभिषेक झा और पूजा सिंघल के बीच दोस्ती और फिर शादी को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की खबरें आ रही हैं। बताया जा रहा है कि पूजा सिंघल की अभिषेक से मुलाकात सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। वे दोनों FB यानी फेसबुक पर मिले थे। बाद में एक जिम में आने-जाने के दौरान दोनों के बीच दोस्ती बढ़ती गई।

इस IAS अधिकारी से हुई थी पहली शादी
हालांकि, उस वक्त पूजा सिंघल शादीशुदा थीं। रिकॉर्ड 21 साल 7 दिन में IAS बनने वाली पूजा सिंघल ने अपने सीनियर IAS राहुल पुरवार से शादी कर ली थी लेकिन लंबे समय तक दोनों के बीच यह रिश्ता नहीं चल सका। दो-तीन साल के बाद ही दोनों के आपसी रिश्तों में तनाव बढ़ता गया। कारण अलग-अलग थे। आखिर में पूजा सिंघल और राहुल पुरवार के बीच तलाक हो गया।
बताया जाता है कि दोनों के तलाक से पहले ही पूजा सिंघल और अभिषेक झा की दोस्ती परवान चढ़ चुकी थी। इसके बाद दोनों परिवारों की रजामंदी के बाद शादी भी हो गई। दोनों की पारिवारिक जिंदगी अच्छी तरह से चल रही थी, लेकिन ईडी की छापेमारी ने दोनों के लिए एक नई उलझन पैदा कर दी है और इसका उनके पारिवारिक जीवन में कितना असर पड़ेगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
लग चुके हैं ये गंभीर आरोप
विदित है कि चतरा में उपायुक्त रहते हुए पूजा सिंघल ने मनरेगा योजना से 2 एनजीओ को 6 करोड़ रुपये दिए। विधानसभा में भी इस मामले में सवाल उठा लेकिन बाद में उन्हें क्लीन चिट मिल गई। खूंटी जिले में उपायुक्त रहने के दौरान मनरेगा में 16 करोड़ रुपये के घोटाले में नाम आया, जिसकी जांच अभी ईडी कर रही है। इससे पहले पलामू में उपायुक्त रहने के दौरान पूजा सिंघल पर उषा मार्टिन ग्रुप को कठौतिया कोल ब्लॉक आवंटन में नियमों की अनदेखी का आरोप लगा।
आपको बता दें कि पूजा सिंघल झारखण्ड की IAS अधिकारी हैं। फिलहाल उनके पास उद्योग सचिव और खान सचिव का प्रभार है। इसके अलावा पूजा सिंघल झारखंड राज्य खनिज विकास निगम (JSMDC ) की चेयरमैन भी हैं। पूजा सिंघल इससे पहले भी बीजेपी की सरकार में कृषि सचिव के पद पर तैनात थीं। पूजा मनरेगा घोटाले के वक्त खूंटी में डीसी पद पर तैनात थीं।