Rohini Acharya : बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को 10, सर्कुलर रोड आवास खाली करने को लेकर भेजी गई नोटिस पर सियासत गरमा गई है। इस मामले पर अब लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की बेटी रोहिणी आचार्य ने सवाल उठाया है और कहा है कि घर से तो निकाल देंगे लेकिन बिहार की जनता के दिल से कैसे निकालिएगा।
Rohini Acharya : ‘घर से निकाल देंगे लेकिन….’
मंगलवार की शाम लालू प्रसाद की पुत्री रोहिणी आचार्य ने राबड़ी आवास खाली कराने को लेकर भेजे गये नोटिस पर भड़क उठी और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट साझा किया है, जिसमें लिखा है कि सुशासन बाबू का विकास मॉडल। करोड़ों लोगों के मसीहा लालू प्रसाद यादव का अपमान करना पहली प्राथमिकता। घर से तो निकाल देंगे, बिहार की जनता के दिल से कैसे निकालिएगा। सेहत नहीं तो कम से कम लालू जी के राजनीतिक क़द का ही सम्मान रखते।

रोहिणी आचार्य के पोस्ट पर यूजर्स का कमेंट
वहीं, रोहिणी आचार्य के पोस्ट पर सोशल मीडिया पर यूजर्स के कमेंट की बाढ़ सी आ गई है। एक यूजर ने लिखा है कि किस बात का गुस्सा ? 2006 से उस बंगले में बने हुए थे। वो सरकारी आवास है…परिवार की संपत्ति नहीं है। सरकारी आवास आवंटन की प्रक्रिया होती है, प्रोटोकॉल और पद के अनुसार आवंटन होता है। आप लोगों को सब पता होता है लेकिन जनता में सहानुभूति बनाए रखने के लिए ये सब तिलमिलाना शुरू है। ऐसा नहीं है कि अब आपको सरकारी आवास नहीं है। जो आवंटित किया है, वहां जाने में कौन-सा अपमान हो गया ?

वहीं, दूसरे यूजर ने लिखा है कि बिहार की जनता के दिल में लालू प्रसाद होते तो 25 सीट नहीं आता। जनता को कोई फर्क नहीं पड़ता अब।

गौरतलब है कि बिहार भवन निर्माण विभाग ने राबड़ी देवी को अब नया सरकारी आवास आवंटित कर दिया है लिहाजा अब उन्हें 10, सर्कुलर रोड स्थित आवास को छोड़ना होगा और हार्डिंग रोड स्थित केन्द्रीय पूल आवास संख्या 39 में शिफ्ट होना होगा।
