बीजेपी का बड़ा फैसला, विजय कुमार सिन्हा बने नेता प्रतिपक्ष, इन्हें चुना गया विधान परिषद का नेता
PATNA : बिहार के सियासी गलियारे से बड़ी खबर आ रही है कि नीतीश सरकार द्वारा बहुमत साबित करने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा फैसला लिया है और बिहार विधानसभा के पूर्व स्पीकर विजय कुमार सिन्हा को बीजेपी विधानमंडल दल का नेता चुना है। इसके साथ ही भाजपा ने सम्राट चौधरी को विधान परिषद का नेता चुना है।
गौरतलब है कि 23 अगस्त की शाम को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में विधानमंडल दल की बैठक हुई थी, जिसमें सर्वसम्मति से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को भाजपा विधानमंडल दल का नेता चुना गया। इसके साथ ही सम्राट चौधरी को बिहार विधान परिषद में बीजेपी विधान परिषद दल का नेता चुना गया है।
कौन हैं विजय कुमार सिन्हा?
विजय कुमार सिन्हा का जन्म 5 जून 1967 में बिहार के तिलकपुर में हुआ था। उनके पिता का नाम शारदा रमन सिंह और माता का नाम सूरमा देवी है। 1986 में विजय कुमार सिन्हा ने सुशील देवी से विवाह किया था। विजय कुमार सिन्हा अभी तक बिहार विधानसभा के अध्यक्ष थे लेकिन सत्ता परिवर्तन होने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। भूमिहार जाति से ताल्लुक रखने वाले विजय कुमार सिन्हा 2010 से लगातार तीसरी बार लखीसराय से विधानसभा पहुंचे हैं। 2017 से 2020 तक वो बिहार सरकार में श्रम संसाधन विभाग के मंत्री थे।
कौन हैं सम्राट चौधरी?
सम्राट चौधरी की बात करें तो वो कोइरी जाति से ताल्लुक रखते हैं और बिहार में बीजेपी का बड़ा ओबीसी चेहरा है। अभी तक वो बिहार में पंचायती राज मंत्री के तौर पर काम कर कर रहे थे। सम्राट चौधरी के सियासी सफर की बात करें तो राजनीति उन्हें विरासत में मिली है। उनके पिता शकुनी चौधरी सात बार विधायक और सांसद रह चुके हैं जबकि उनकी मां पार्वती देवी तारापुर से विधायक रह चुकी हैं।
1990 में राजनीति में कदम रखने वाले सम्राट चौधरी 1999 में राज्य सरकार में कृषि मंत्री बन गए थे। बीजेपी में आने से पूर्व वो राजद और जदयू में थे लेकिन भाजपा में एंट्री करने के बाद पार्टी ने उन्हें कई जिम्मेदारी सौंपी। 2018 में वो बिहार बीजेपी के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। वो राबड़ी देवी, नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी की सरकार में मंत्री रह चुके हैं।