मुकेश सहनी की बर्खास्तगी की अधिसूचना जारी, वीआईपी सुप्रीमो हुए अब पूर्व मंत्री

PATNA : भारतीय जनता पार्टी से विवाद के बाद आखिरकार वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी को अपना मंत्रिपद गंवाना पड़ा। रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मुकेश सहनी को मंत्री पद से हटाए जाने की अनुशंसा की गई थी, जिसके बाद आज बिहार के गवर्नर फागू चौहान ने इस अनुशंसा पर मुहर लगा दी है।
अधिसूचना जारी
इस संबंध में मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग द्वारा अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। इसमें कहा गया है कि मंत्री मुकेश सहनी 27 मार्च के प्रभाव से राज्य के मंत्री या मंत्री परिषद के सदस्य नहीं हैं। विदित है कि भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह मुकेश सहनी की पार्टी के 3 विधायकों का विलय कराया, उसके बाद ही यह तय हो गया था कि उनका मंत्री पद चला जाएगा।

इससे पहले पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी ने खुद इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था इसके बाद मुकेश सहनी को लेकर बीजेपी के तेवर त’ल्ख हो गये थे। मुकेश सहनी की कार्यशैली को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने सवाल भी खड़े किए थे।
बीजेपी के थे तल्ख तेवर
इस संबंध में रविवार को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने बीजेपी की तरफ से ये स्पष्ट कर दिया गया था कि अब मुकेश सहनी को कैबिनेट में बनाए रखना ठीक नहीं है। दरअसल, मुकेश सहनी ने जिस तरह उत्तर प्रदेश में बीजेपी का विरोध किया और उसके बाद बिहार में विधान परिषद चुनाव और उसके साथ-साथ चुनाव में उम्मीदवार उतारने का फैसला लिया इसे देखते हुए बीजेपी खासा नाराज थी।