आखिर क्या हुआ जब जगदीशपुर में वीर कुंवर सिंह के शोकाकुल परिजनों से मिले मंत्री नीरज बबलू
(पुखराज)
भोजपुर (जगदीशपुर) : दो हफ्ते से अधिक हो गये, जब बाबू वीर कुंवर सिंह के परिवार से जुड़े युवक कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की सं’देहास्प’द मौ’त हो गई थी। ह’त्या का आ’रोप लगा था किले के सुरक्षाकर्मियों पर। बबलू सिंह के साथ बाबू कुंवर सिंह का नाम जुड़ा होने और भाजपा नेत्री पुष्पा सिंह का पुत्र होने के चलते इस ह’त्याकां’ड की गूंज पूरे बिहार में सुनाई दी और फिर जगदीशपुर सियासी नेताओं का मानों तीर्थ बन गया लेकिन बिहार सरकार में BJP कोटे से वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह ‘बबलू’ ने गुरूवार को जगदीशपुर जाकर जो किया, उसने सियासी और प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी. आखिर ऐसा क्या किया मंत्री नीरज सिंह बबलू ने, जिसकी सब तरफ चर्चा हो रही है. आइए हम आपको विस्तार से बताते हैं।
जब मंत्री बबलू पहुंचे बबलू सिंह के घर
दिन गुरुवार, तारीख 14 अप्रैल, सतुआन का पर्व. मंत्री नीरज सिंह बबलू का काफिला पटना से चलकर आरा होते हुए जगदीशपुर किला पहुंचता है. रास्ते में बीजेपी के कार्यकर्ता स्वागत करते हैं. जेडीयू के नवनिर्वाचित एमएलसी राधाचरण साह भी साथ लग जाते हैं. पहले यह काफिला गढ़ पहुंचकर वीर बांकुड़ा कुंवर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करता है और फिर शोककुल परिजनों से मिलने उनके घर जाता है.
लंबे समय तक जगदीशपुर में संघर्ष की पर्याय रही जुझारु भाजपा नेत्री पुष्पा सिंह पुत्रशोक में विह्वल हैं. उनको पता चलता है कि कोई मंत्री घर आ रहे हैं, दर्द पर मरहम लगाने. उनके मन में कोई खास प्रतिक्रिया नहीं होती. वजह साफ है. पिछले दो सप्ताह से बड़े-बड़े नामचीन नेताओं के आने, मा’तमपु’र्सी करने और कोरे आश्वासनों को देख-सुन उनका मन उचट चुका है. पुष्पा सिंह मान कर बैठी थीं कि ये नेता सिर्फ रस्म अदायगी करने आते हैं. उनकी बबलू सिंह को न्याय दिलाने, प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार लाने और अमर सेनानी के परिवार के साथ आजाद भारत की सरकार में किये गये सलूक से कोई वास्ता नहीं है.
मंत्री नीरज बबलू का इमोशनल टच
लेकिन नीरज सिंह बबलू का इमोशनल टच सबपर भारी पड़ा. उन्होंने अपने हाव-भाव, व्यवहार और वाणी से शोकाकुल पुष्पा सिंह के समस्त परिवार पर मानों जादू कर दिया. जाते हीं मंत्री ने झुककर पुष्पा सिंह के पांव छुए. युवा मंत्री की इस शालीनता को देख वहां उपस्थित जन समुदाय भाव-विह्वल हो गया. खुद पुष्पा सिंह के आंखों में चमक आ गयी, जो लगातार आंसुओं से भींगी रहती थी.
शीर्ष नेतृत्व को लगा दिया फोन
मंत्री ने दिवंगत कुंवर रोहित उर्फ बबलू सिंह के जुड़े पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और भावपूर्ण शब्दों में अपनी संवेदना और घटना के प्रति रोष व्यक्त किया. पूछा आपलोग क्या चाहते हैं. जब परिवार की सुरक्षा का सवाल उठा तो मंत्री ने सीधे सरकार के शीर्ष नेतृत्व को फोन लगा दिया. पूरी स्थिति की जानकारी दी और कहा कि अभी तुरंत 2 सरकारी सुरक्षागार्ड की व्यवस्था इनके आवास पर की जाए.
मंत्री ने आगे कहा कि जबतक सुरक्षा गार्ड की प्रतिनियुक्ति नहीं कर दी जाती, वे जगदीशपुर छोड़ने वाले नहीं हैं. थोड़ी देर में ही फोन आया कि दो पुलिस वालों को 24 घंटे पी’ड़ित परिवार की सुरक्षा में तैनात करने का सरकारी आदेश निकल चुका है. फिर उन्होंने निजी स्तर से परिवार को हर संभव सहायता देने और भविष्य में भी परिजनों संग जुड़े रहने का वचन दिया.
परिवार के एक सदस्य की नौकरी सीमेंट फैक्ट्री में थी, जिन्हें हटा दिया गया था. उनको भी फिर से नौकरी में बहाल करने का भरोसा दिलाया. साथ गये एक शख्स कहते सुने गये- जो काम बड़े-बड़े राजपूत नेता नहीं कर सके, वो काम सुपौल जिले के एक युवा मंत्री ने कर दिया, जिसका भोजपुर से कभी कोई दूर-दूर तक वास्ता नहीं था. एक बुजुर्ग व्यक्ति कहते सुना गया- इसको कहते हैं मन से किसी के दुख में भागीदार होना, मंत्री नीरज बबलू ने असली फर्ज निभाया है. बाकी लोग केवल घ’ड़ियाली आंसू बहाने आते हैं. पी’ड़ित परिवार के दुख को कम करने की बजाए बढ़ाकर हीं चले जाते हैं.
एक बबलू गया दूसरा बबलू आपके साथ है
मंत्री नीरज सिंह बबलू ने आगे कहा- “जो भी घ’टना हुई है. वह काफी निं’दनीय है. ऐसी घ’टना नहीं होनी चाहिए थी.” भावुक होकर उन्होंने शोकाकुल परिवार से कहा कि “आपका एक बेटा बबलू अब इस दुनिया में नहीं रहा, लेकिन आपका दूसरा बेटा बबलू आप लोगों के साथ है. किसी भी परिस्थिति में मैं इस परिवार के साथ खड़ा हूं. परिजनों को न्याय मिलेगा.” उन्होंने स्पीडी ट्रायल चलाकर आ’रोपियों को सजा दिलाने की बात कही.
23 अप्रैल को जगदीशपुर आएंगे अमित शाह
आपको बता दें कि दो हफ्ते पहले बाबू वीर कुंवर सिंह के परिवार से जुड़े युवक कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की सं’देहास्प’द मौ’त हो गई थी. परिवार के लोगों का आ’रोप है कि रोहित की मौ’त किले की सुरक्षाकर्मियों की कथित तौर पर पि’टाई से हो गई थी. मा’मला तूल पकड़ने के बाद एसपी ने उन्हें सस्पेंड भी कर दिया. तब से केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय, सांसद सह मंत्री आरके सिंह, विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर समेत बीजेपी के राज्य और राष्ट्र स्तरीय नेता जगदीशपुर आ चुके हैं. 23 अप्रैल को गृहमंत्री अमित शाह कुंवर सिंह विजयोत्सव समारोह में मुख्य अतिथि हैं. कोशिश है कि उसके पहले ही पी’ड़ित परिवार की हर मांग पूरी कर दी जाए.