बिहार

RCP Singh : बीजेपी में शामिल हुए आरसीपी सिंह, कहा – नीतीश के पास बचेगी सिर्फ भूंजा पार्टी

RCP Singh : नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने आज बीजेपी का दामन थाम लिया। नई दिल्ली में बीजेपी दफ्तर में केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलायी।

नीतीश पर आरसीपी सिंह ने कसा तंज

बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करते ही पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा और कहा कि नीतीश कुमार के पास अब सिर्फ भूंजा पार्टी ही बचेगी। उन्होंने जेडीयू को डूबता हुआ जहाज करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी के नेतृत्व में देश तरक्की नहीं कर रहा है तो आखिर कैसे भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। आरसीपी सिंह ने ये भी कहा कि आज बिहार की मौजूदा स्थिति साल 2005 से भी बदतर स्थिति में चली गई है।

ये भी पढ़ें : भाषण देने के लिए उठे गहलोत तो लगने लगे मोदी-मोदी के नारे, PM ने दिया ऐसा रिएक्शन कि जीत लिया दिल

RCP Singh

इसके साथ ही आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नीतीश कुमार जी को C लेटर से काफी प्यार है। C से तो चेयर भी होता है। फिलहाल वे देश के एकलौते मुख्यमंत्री हैं, जिसे अपने राज्य की चिंता नहीं है और वे एकदिन ओडिशा तो दूसरे दिन झारखण्ड और तीसरे दिन महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में होते हैं। तीन दिन में वे तीन प्रदेश घूम चुके हैं। हालांकि उन्हें बिहार के विकास के लिए जनमत मिला था। नीतीश बाबू PM थे, PM हैं और PM ही रहेंगे। PM का मतलब होता है – पलटी मार।

बीजेपी को हो सकता है फायदा

फिलहाल बीजेपी में आरसीपी सिंह (RCP Singh) के शामिल होने से पार्टी को बड़ी मजबूती मिल सकती है। दरअसल, आरसीपी सिंह कुर्मी जाति से आते हैं और ये जेडीयू के कोर वोटर माने जाते हैं। आरसीपी सिंह के एक IAS अधिकारी रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी रहते हुए ही वे नीतीश कुमार के करीब आए और फिर उनकी सियासत में एंट्री हुई थी।

RCP Singh
RCP Singh

नीतीश के थे सबसे करीबी

गौरतलब है कि जेडीयू जब NDA में थी, तब नरेन्द्र मोदी सरकार 2.0 में आरसीपी सिंह (RCP Singh) को मंत्री बनाया गया था। हालांकि इसके बाद से ही उनमें और नीतीश कुमार में दूरियां बढ़ती चली गई। आरसीपी सिंह पर बीजेपी से नजदीकियां बढ़ाने का आरोप लगा और फिर पार्टी से साइडलाइन किया जाने लगा। बाद में आरसीपी सिंह के करीबियों को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button