गवर्नर के फैसले के बाद झारखण्ड की सियासत में उ’बाल, बीजेपी पर भ’ड़के बन्ना गुप्ता, कहा : रिम्स में….

RANCHI : झारखण्ड की सियासत से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि गवर्नर रमेश बैस द्वारा झारखण्ड उत्पाद संशोधन विधेयक – 2022 को लौटाने के बाद सियासत गरमा गई है। इस पूरे मामले पर अब सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गया है। बीजेपी और JMM की तरफ से बयानबाजियां तेज हो गई हैं।
बाबूलाल मरांडी का दो टूक बयान
गवर्नर द्वारा विधेयक लौटाए जाने पर हेमंत सोरेन की पार्टी JMM इसे सियासत से प्रेरित बता रही है। वहीं, विधेयक लौटाए जाने के बाद बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि राजभवन से जिस विधेयक को वापस लौटाया गया है, इन्हीं बातों को हमने 5 महीने पहले उठाया था। उन्होंने राज्य सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अगर लोग ऐसे ही राज्य को लू’टेंगे तो फिर कुछ नहीं बचेगा।
बीजेपी को बन्ना गुप्ता का जवाब
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य सरकार के लिए कानून का कोई मतलब नहीं। सिर्फ कमाई कैसे हो, उसे ध्यान में रखते हुए नियमावली बनती है। इन्हीं मुद्दों को लेकर गवर्नर रमेश बैस ने आपत्ति दर्ज की है। वहीं, बाबूलाल मरांडी के इस बयान के बाद अब हेमंत सोरेन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी बड़ा बयान दिया है।
बन्ना गुप्ता ने कहा है कि हेमंत सरकार जब भी कैबिनेट में कोई फैसला लेती है तो इनको सीने में द’र्द होने लगता है इसीलिए मैंने स्वास्थ्य विभाग को कहकर रिम्स में एक अलग वार्ड की व्यवस्था की है। भगवान न करे कि कैबिनेट द्वारा लिए जा रहे फैसलों से इन्हें हा’र्ट अ’टैक हो जाए लेकिन हमने रिम्स में स्पेशल वार्ड की तैयारी कर रखी है।
‘मुद्दाविहीन हो गई है बीजेपी’
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ये भी कहा कि डेमोक्रेसी में वैचारिक मतभेद होना बुरी बात नहीं है लेकिन व्यक्तिगत द्वेष में देश या फिर सरकार को अपदस्थ करना, प्रताड़ित करना और आम जनता के काम को रोकना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। राजभवन से विधेयक वापस किए जाने और बाबूलाल मरांडी द्वारा उठाए गए सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने प’लटवा’र किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने बाबूलाल मरांडी पर सीधा नि’शाना साधते हुए कहा की विपक्ष मुद्दाविहीन हो गई है।