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सौंफ के ये हैं 21 सेहतमंद चमत्कारिक फायदे, रोजाना सेवन से इन बीमारियों से मिलेगा छुटकारा

LIFESTYLE DESK : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों में कई बीमारियां घर कर जा रही है लिहाजा अच्छी सेहत और तंदुरुस्ती पाने के लिए आमलोगों द्वारा कई जतन किए जाते हैं। आज हम सौंफ (Fennel Seeds) के चमत्कारिक फायदे की बात करेंगे, जिसकी मदद से कई लोग अपने वजन के साथ-साथ कई बीमारियां से छुटकारा पा रहे हैं। 

वजन कम करने में सौंफ के पानी के फायदे

आहार विशेषज्ञों के मुताबिक सौंफ (Fennel Seeds) के बीज फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत होते हैं, जो फैट बर्न करने में मदद कर सकते हैं। सौंफ के बीज पाचन और मेटाबॉलिज्म को भी ठीक रखने में सहायक हैं, जिससे भोजन से पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ाता है और भूख कम लगती है।

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सुबह एक गिलास सौंफ का पानी (Water of Fennel Seeds) पीने से वजन घटाने में मदद मिल सकती है। सौंफ का पानी, पेट भरा हुआ एहसास कराता है, जिससे ज्यादा खाने की इच्छा नहीं होती है और वजन को आसानी से कम किया जा सकता है।

सौंफ का पानी बनाने की विधि

एक चम्मच सौंफ को रात भर एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह सबसे पहले इस पानी का सेवन करें। यह वजन कम करने में मदद करने के साथ मेटाबॉलिज्म को ठीक रखने में भी सहायक है। कोशिकाओं को ऊर्जा प्रदान करने में मेटाबॉलिज्म की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सौंफ मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद कर सकता है, खासकर खाली पेट इसका सेवन शरीर के लिए और भी फायदेमंद माना जाता है।

मुंहासों की समस्या दूर करने के लिए

इसके साथ ही सौंफ के कई और भी चमत्कारिक फायदें हैं, जिन्हें जानना बेहद जरूरी है। अगर आपको मुंहासों की समस्या है तो सौंफ से आपको काफी फायदा मिल सकता है। सौंफ में एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जो फंगल इंफेक्शन दूर करने में मददगार माने जाते हैं।

सौंफ के बीज को पानी में कुछ देर के लिए भिगो दें। इसके बाद इसे पीसें और इसमें थोड़ा दही और शहद मिक्स करें। इस पैक को करीब 20 मिनट के लिए चेहरे पर लगा लें। इसके बाद चेहरे को धो लें। ये आपकी स्किन को ठंडक देने का काम करेगा, चेहरे पर नमी बनाकर रखेगा और मुंहासों की समस्या दूर करेगा।

आंखों की सूजन कम करने के लिए

कुछ लोग सुबह जब सोकर उठते हैं तो उनकी आंखों के आसपास के एरिया में काफी सूजन होती है। आपके साथ भी ऐसा कुछ है, तो सौंफ इस मामले में मददगार है। इसके लिए दो चम्मच सौंफ को रातभर पानी में भिगोकर कर रखें। सुबह इस पानी में कॉटन को भिगोएं और आंख बंद करके इसे आंखों पर रखें। इसके बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें। ऐसा करने से आंखों के आसपास की सूजन दूर होती है।

पाचन के लिए सौंफ के फायदे

सौंफ का उपयोग सबसे अधिक पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। इसके एंटीस्पास्मोडिक (पेट और आंत में ऐंठन दूर करने वाली दवाई) और कार्मिनेटिव (एक तरह की दवा, जो पेट फूलने या गैस बनने से रोकती है) गुण इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी पेट की गंभीर समस्याओं से छुटकारा दिलाने में काफी कारगर होते हैं।

इसके अलावा पेट दर्द, पेट में सूजन और गैस जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने के साथ ही अल्सर, दस्त और कब्ज आदि से राहत दिलाने में भी सौंफ कारगर साबित हो सकती है।

आंखों की रोशनी के लिए सौंफ के फायदे

आंखों की छोटी-मोटी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी सौंफ काफी कारगर साबित हो सकती है। अगर किसी की आंखों में जलन या फिर खुजली हो रही है, तो सौंफ की भाप आंखों पर लेने से राहत मिल सकती है । इसके लिए सौंफ को सूती कपड़े में लपेटकर हल्का गर्म करके आंखों को सेंक सकते हैं। ध्यान रहे कि यह अधिक गर्म न हो। आंखों की रोशनी बढ़ाने में विटामिन-ए और विटामिन-सी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

सौंफ में विटामिन-ए पाया जाता है। इस प्रकार सौंफ के सेवन से बढ़ती उम्र में भी आपकी आंखों की रोशनी प्रभावित होने से बच सकती है ।

अस्थमा और अन्य श्वास संबंधी समस्याओं के लिए

एक इजिप्टियन शोध के मुताबितक सौंफ को सदियों से श्वास संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए उपयोग किया जा रहा है। यह ब्रोनिकल मार्ग को साफ कर श्वास क्रिया को दुरुस्त रखती है। न्यूट्रिशनल ज्योग्राफी की वेबसाइट के अनुसार फेफड़ों की सेहत के लिए सौंफ लाभदायक है । इसके अतिरिक्त, सौंफ में पाए जाने वाले पाइथोन्यूट्रिएंट्स अस्थमा के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं।

सांसों की दुर्गंध करे दूर

सौंफ का उपयोग आमतौर पर सांसों की ताजगी बनाए रखने के लिए किया जाता है। सौंफ के कुछ दानों को चबाने मात्र से ही सांसों की दुर्गंध दूर हो जाती है। सौंफ चबाने से मुंह में लार अधिक मात्रा में बनती है, जो बैक्टीरिया को दूर करने में मददगार साबित हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त सौंफ के गुण ये भी हैं कि यह मुंह के संक्रमणों से भी बचा सकती है

कॉलेस्ट्रॉल की समस्या छूमंतर

सौंफ में फाइबर भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने में लाभदायक होता है । फाइबर, कोलेस्ट्रोल को खून में घुलने से रोकता है और इस प्रकार दिल की बीमारियों से भी बचाव कर सकता है।

कफ से निजात

सर्दी में कफ की समस्या आम हो जाती है और आमतौर पर छोटे बच्चों को इससे कुछ ज्यादा ही परेशानी होती है। ऐसे में किचन में रखी सौंफ इस समस्या से आसानी से छुटकारा दिला सकती है। सौंफ में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो कफ जैसी छोटी-मोटी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।

मस्तिष्क के लिए फायदेमंद

सेहतमंद शरीर के लिए मस्तिष्क का चुस्त-दुरुस्त होना भी आवश्यक है और इसमें सौंफ बड़ी भूमिका निभा सकती है। सौंफ में विटामिन-ई और विटामिन-सी पाए जाते हैं। विटामिन-सी ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है, जिससे बढ़ती उम्र में मस्तिष्क की समस्याएं काफी हद तक कम हो सकती है।

वहीं, विटामिन-ई एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर काम करता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से कोशिकाओं को क्षति पहुंचने से रोक सकता है ।

कब्ज से राहत

अनियमित दिनचर्या और खान-पान के कारण कब्ज की समस्या आम बात हो जाती है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर सौंफ कब्ज को छूमंतर करने में मदद कर सकती है। सौंफ का काढ़ा बनाकर पीने से बहुत हद तक कब्ज से छुटकारा मिल सकता है ।

ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में मददगार

ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में सौंफ चमत्कारिक रूप से काम कर सकती है। इसमें मौजूद पोटैशियम खून में सोडियम की मात्रा को नियंत्रित करता है और इसके दुष्प्रभाव से बचाता है। इसके अलावा, सौंफ में नाइट्रेट की भी मात्रा होती है, जो बल्ड प्रेशर को कम कर सकता है । साथ ही इसमें मैग्नीशियम भी अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो महिलाओं में हाई ब्लडप्रेशर के खतरे को कम कर सकता है।

अच्छी नींद के लिए

सौंफ के अनेक गुणों में से एक गुण यह भी है कि यह अच्छी नींद लाने में मदद कर सकती है। सौंफ में मैग्नीशियम पाया जाता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह अच्छी नींद और नींद के समय को बढ़ा सकती है । साथ ही यह भी कहा जाता है कि मैग्नीशियम अनिद्रा दूर भगाने में भी मददगार हो सकती है।

 मासिक धर्म की समस्याओं से राहत दिलाए

मासिक धर्म की शुरुआत से पहले महिलाओं को तमाम छोटी-मोटी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मसलन पेट में दर्द और मरोड़ आदि जैसे लक्षण मासिक धर्म के शुरू होने से पहले सामने आते हैं। मासिक धर्म की इन समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सौंफ कुछ हद तक लाभकारी साबित हो सकती है ।

हालांकि, यह आवश्यक नहीं है कि इसका फायदा सभी को मिले, किसी को इससे लाभ हो सकता है और किसी को नहीं भी। यह व्यक्ति के शरीर पर निर्भर करता है।

हर्निया के उपचार में सहायक

चीन की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में सौंफ का उपयोग हर्निया के उपचार के लिए किया जाता रहा है और कुछ स्रोत इस बात की पुष्टि भी करते हैं । हालांकि, यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता कि हर्निया के उपचार में सौंफ कारगर है या नहीं लेकिन उपचार के तौर पर इसका इस्तेमाल करने से पहले आप किसी डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

मधुमेह से बचाए

एक शोध के अनुसार सौंफ में पाया जाने वाला तेल मधुमेह रोगियों के लिए काफी लाभदायक साबित हो सकता है। यह खून में शर्करा की मात्रा को कम कर मधुमेह के खतरे को भी कम कर सकता है । सौंफ में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं।

स्तनों के आकार में वृद्धि

महिलाओं के लिए सौंफ खाने के फायदे कई प्रकार से हैं। ऐसा कहा जाता है कि सौंफ खाने से स्तनों के आकार में वृद्धि हो सकती है, लेकिन इस संबंध में डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर होगा। साथ ही इस संबंध में कोई वैज्ञानिक शोध भी उपलब्ध नहीं है।

सेहतमंद लीवर के लिए

वैज्ञानिक शोध के अनुसार, सौंफ का उपयोग प्राचीन समय से चिकित्सा के रूप में किया जा रहा है। लीवर की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भी सौंफ का इस्तेमाल किया जा सकता है । सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट और अन्य मिनरल्स पाए जाते हैं, जो लीवर को सेहतमंद बनाए रखने में मददगार साबित होते हैं। सौंफ में सेलेनियम की मात्रा भी पाई जाती है, जो लीवर की क्षमता को बढ़ाता है और शरीर से हानिकारक तत्वों को निकालने में सहायक हो सकता है ।

मॉर्निंग सिकनेस

सौंफ से महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली मॉर्निंग सिकनेस से राहत मिल सकती है। उल्टी और जी-मिचलाना मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण होते हैं और आमतौर पर ये लक्षण प्रेगनेंसी के चौथे सप्ताह में दिखने लगते हैं ।

हालांकि, मॉर्निंग सिकनेस सुबह के समय होती है, लेकिन इसका प्रभाव दिन भर रह सकता है। एक कप सौंफ की चाय या इसे चबाने से मॉर्निंग सिकनेस से छुटकारा मिल सकता है। इतना ही नहीं, इससे पेट की गैस और अन्य छोटी-मोटी समस्याओं से भी राहत मिल सकती है।

कैंडिडा से बचाए

कैंडिडा फंगस का एक प्रकार है, जो मुंह, नाक और कान जैसे शरीर के अन्य भागों में हो सकता है। वैसे तो यह हानिकारक नहीं होता है, लेकिन अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह बढ़ सकता है और समस्या उत्पन्न कर सकता है । सौंफ में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण कैंडिडा से बचा सकते हैं।

त्वचा को निखारे

सौंफ के गुण में त्वचा का ध्यान रखना भी शामिल है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीएलर्जिक गुण त्वचा की सुंदरता बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं।

मसलन, सौंफ की भाप चेहरे के स्किन टैक्सचर को बनाए रख सकती है। इसके लिए एक लीटर उबलते पानी में एक चम्मच सौंफ डालें। उसके बाद तौलिये से अपने सिर को गले तक कवर करके पांच मिनट तक भाप लें। ऐसा सप्ताह में दो बार करने से त्वचा की चमक बढ़ सकती है।

बालों का ख्याल रखे

सौंफ में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल जैसे गुण बालों की विभिन्न समस्याओं से छुटकारा दिला सकते है। बालों में डैंड्रफ, सिर में खुजली और बालों का गिरना ये कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जिनसे निजात दिलाने में सौंफ कारगर साबित हो सकती है।

इसके लिए सौंफ का मिश्रण तैयार करना होगा और उससे अपने बालों को धोना होगा। इससे बालों की उम्र लंबी हो सकती है।

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